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Author name: ALLAHA BHAGWAN

क्या बुद्ध इस धरती पर नहीं आये थे ?

मुख्य प्रश्न ? यह प्रश्न आमतौर पर उन विचारों और कथाओं से जुड़ा होता है, जो कुछ विशेष संस्कृतियों या धार्मिक परंपराओं में हैं। हालांकि, यह सवाल विशेष रूप से भारतीय दर्शन, बौद्ध धर्म और अन्य धार्मिक मतों से जुड़ा हुआ है। एक दृष्टिकोण यह है कि ‘‘बुद्ध इस धरती पर नहीं आए थे‘‘ का […]

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दुनिया भर में फैले अंध विश्वास ।

चीन में महिलाओ को लोहे का जूता पहनते थे ‘‘लोहे का जूता‘‘ या ‘‘पैरों को बांधना‘‘ एक ऐतिहासिक प्रथा थी, जो विशेष रूप से चीन में महिलाओं द्वारा प्रचलित थी। इस प्रथा का उद्देश्य महिलाओं के पैरों को छोटा और आकर्षक बनाना था, जिसे एक खास प्रकार की सुंदरता के रूप में देखा जाता था।

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क्या बन जाता है पाखंड

क्या बन जाता है, पाखंड? (Kya Ban Jata Hain Pakhand)

जीवन का सच्चा अर्थ क्या बन जाता है, पाखंड? – पाखंड (Pakhand) वह है जिसका स्वयं का अनुभव नहीं हुआ है। जीवन का सच्चा अर्थ स्वयं को पहचानना और उसका आनंद लेना है। जब कोई व्यक्ति स्वयं के जीवन को समझ जाता है, तो उसे अपने जीवन की महत्ता का भान होता है। वह समझ

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धर्म एक धंधा था: पूरा देश अँधा था

धर्म क्या है? धर्म एक तेज धार तलवार है, जिस पर लाखों कट चुके हैं और लाखों कटने को तैयार हैं। यह धर्म नहीं है, ना हिंदू होना, ना मुस्लिम होना, ना सिख होना, ना ईसाई होना। धर्म तो एक आग है, जो तुम्हारे भीतर जलती है। जल गई तो तुम धार्मिक, तुम प्रबुद्ध, तुम

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